इलाहाबाद | सिविल लाइंस थाने से चंद कदम की दूरी पर स्थित उत्तर मध्य रेलवे के केंद्रीय अस्पताल में रेलवे के चार कर्मचारियों और एक होमगार्ड ने लड़की से गैंगरेप किया। रेप के आरोपित दो वार्ड ब्वॉय, ड्रेसर और सफाई कर्मचारी को रेलवे प्रशासन ने रविवार को निलंबित कर दिया। होमगार्ड समेत पांचों आरोपित अब सिविल लाइंस पुलिस की हिरासत में हैं। रेप पीड़िता लड़की वाराणसी की रहने वाली है।
वार्ड ब्वॉय रवि बिंद आठ अगस्त की रात 11:30 बजे के आसपास वाराणसी की एक लड़की को लेकर रेलवे अस्पताल परिसर में आया। रवि बिंद ने साथी वार्ड ब्वॉय श्याम बाबू, ड्रेसर मनमोहन लाल, सफाई कर्मचारी सुरेश और एक होमगार्ड के साथ मिलकर नए ओपीडी भवन के पीछे उससे गैंगरेप किया। होमगार्ड अस्पताल की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात था। इस घटना के बारे में रेलवे अस्पताल के डॉ. कुंद्रू को शनिवार रात की शिफ्ट में ड्यूटी पर पता चला। सनसनीखेज सूचना पाकर डॉक्टर ने सीएमएस डॉ. नीलिमा श्रीवास्तव और सीएमडी विवेक कपूर को सूचना दी। रविवार को अफसरों ने चारों कर्मचारियों और होमगार्ड से पूछताछ की तो आरोपितों ने घटना कबूल की।
गैंगरेप के आरोपित चारों रेलवे कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया। साथ ही होमगार्ड पर कार्रवाई के लिए संबंधित अफसरों को कहा गया। एसएसपी नितिन तिवारी को सूचना देकर पांचों आरोपितों को सिविल लाइंस पुलिस को सौंप दिया गया। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया।
आरोपितों की ओर से किया गया यह व्यक्तिगत अपराध है। पर चूंकि चार रेलवे कर्मचारी हैं, इसलिए प्रकरण संज्ञान में आते ही फौरन निलंबन की कार्रवाई करके जांच बैठा दी गई है। तुरंत एसएसपी को सूचना देकर आरोपितों पर कानूनी कार्रवाई शुरू कराई गई।
गौरव कृष्ण बंसल, सीपीआरओ एनसीआर
एसएजी कमेटी को सौंपी गई जांच
रेलवे अस्पताल परिसर में गैंगरेप की घटना को संजीदगी से लेते हुए सीएमडी ने वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड (एसएजी) अफसरों की टीम को जांच सौंपी है। कमेटी पूरे घटनाक्रम की जांच करके रिपोर्ट अफसरों को सौंपेगी।
पीड़ित लड़की की तलाश में वाराणसी गई टीम
रेलवे अस्पताल के कर्मचारियों ने जिस लड़की से गैंगरेप किया, वह वाराणसी की रहने वाली है। लड़की को अस्पताल में लाने वाले रमेश बिंद ने रेलवे अफसरों की पूछताछ में यह जानकारी दी। लड़की की तलाश के लिए एसएसपी ने एक पुलिस टीम वाराणसी भेजी है। लड़की के बारे में बताया गया कि वह उसे स्टेशन के बाहर मिली थी। मां की डांट से नाराज होकर वह घर छोड़कर इलाहाबाद चली आई थी। लड़की तकरीबन छह माह पहले घर से निकली थी
बड़े अफसरों के बंगले के सामने अंजाम दी घटना
रेलवे अस्पताल में जिस जगह पर लड़की से गैंगरेप की घटना अंजाम दी गई, वह जगह वरिष्ठ रेल अफसरों के बंगले के बिल्कुल बगल है। अस्पताल परिसर के सामने की तरफ रेलवे विद्युतीकरण के महाप्रबंधक और डीआरएम का बंगला है। यहां आरपीएफ जवानों की चौबीसों घंटे सुरक्षा ड्यूटी रहती है। अस्पताल परिसर के पीछे जहां रेप हुआ,उस बाउंड्री के ठीक पीछे भी कई सीनियर रेल अफसरों के बंगले हैं। वरिष्ठ अफसरों के बंगले के पास सनसनीखेज घटना को अंजाम देने में भी कर्मचारियों को जरा सा भय नहीं लगा। भय लगता भी क्यों, सुरक्षा में तैनात होमगार्ड तक घटना में जो शामिल हो गया था।
डॉक्टर ने दिखाई संजीदगी
आठ अगस्त की रात 11:30 बजे गैंगरेप की घटना को अंजाम देने के बाद कर्मचारी यह समझ रहे थे कि उनका गुनाह छिप गया। पर इसकी सूचना रेलवे के डॉ. कुंद्रू को एक कर्मचारी से ही गुपचुप तरीके से मिली। इस पर उन्होंने घटना पर पर्दा डालने की बजाय इसे संजीदगी से लिया। साथ ही गलत करने वालों को सजा दिलाने की ठानी। उनकी इच्छाशक्ति से ही चारों आरोपितों पर निलंबन की कार्रवाई की जा सकी और चारों पुलिस के शिकंजे में आ सके। डॉ. कुंद्रू की ओर से पांचों आरोपितों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी गई है।